विश्व साक्षरता दिवस
विश्व साक्षरता दिवस प्रतिवर्ष 8 सितंबर को मनाया जाता है और यह एक महत्वपूर्ण अन्तरराष्ट्रीय दिवस है जिसका उद्देश्य साक्षरता को बढ़ावा देना और शिक्षा के महत्व को जागरूक करना है।
विश्व साक्षरता दिवस का मुख्य उद्देश्य विश्वभर में साक्षरता को बढ़ावा देना है। इस दिन के माध्यम से, विश्व साक्षरता और शिक्षा के महत्व को जागरूक किया जाता है और साक्षरता के लक्ष्य को पूरा करने के लिए कई प्रकार की योजनाएँ और क्रियान्वयन कार्यक्रमों की शुरुआत की जाती है।
Vishwa Saksharta Diwas के माध्यम से लोगों को शिक्षा के महत्व को समझाने का प्रयास किया जाता है, और साक्षरता के लिए समाज में साझा जिम्मेदारी बढ़ाने की बढ़ती हुई जरूरत को दरकिनार किया जाता है। साक्षरता की बढ़ती हुई दरों और अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता के लक्ष्यों को पूरा करने के लिए विश्व स्तर पर साझा प्रयास की जाती है।
साक्षरता का सुधार न केवल व्यक्तिगत सफलता और विकास का माध्यम है, बल्कि यह एक समाज के लिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह सामाजिक, आर्थिक, और सांस्कृतिक विकास को बढ़ावा देता है।
विश्व साक्षरता दिवस 2023 की थीम
हर साल विश्व साक्षरता दिवस एक निर्धारित थीम के तहत मनाया जाता है। यूनेस्को, अपने सदस्य राज्यों और भागीदारों के सहयोग से, 8 सितंबर 2023 को “ट्रांज़िशन में दुनिया के लिए साक्षरता को बढ़ावा देना: टिकाऊ और शांतिपूर्ण समाजों की नींव का निर्माण” थीम के तहत अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस (आईएलडी) मनाएगा ।
विश्व साक्षरता दिवस का आयोजन पहली बार 8 सितंबर 1967 को किया गया था, जब यूनेस्को (United Nations Educational, Scientific and Cultural Organization) ने इसे मनाने का प्रस्ताव दिया था।
8 सितंबर के दिन ही क्यों मनाया जाता है विश्व साक्षरता दिवस?
विश्व साक्षरता दिवस का चयन 8 सितंबर को किया गया, क्योंकि इस दिन 1966 में यूनेस्को ने साक्षरता के क्षेत्र में विश्वभर में शिक्षा के कार्यों को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण समझौता (agreement) को स्वीकृति दी थी। इस समझौते के तहत, यूनेस्को ने साक्षरता के क्षेत्र में समर्थन प्रदान करने और विद्यार्थियों के लिए विशेष शिक्षा कार्यक्रम आयोजित करने की प्रतिबद्धि की थी।
शिक्षा का महत्व: विश्व साक्षरता दिवस के माध्यम से, लोगों को शिक्षा के महत्व को समझाने और इसे महत्वपूर्ण बनाने का प्रोत्साहन मिलता है। शिक्षा के बिना, व्यक्तिगत और सामाजिक विकास संभावना से बाहर हो जाता है।
सामाजिक समरसता: साक्षरता के माध्यम से, समाज में सामाजिक समरसता और समाज में अधिकार सुनिश्चित होते हैं। लोग अपने अधिकारों को समझते हैं और समाज में भाग लेने की क्षमता प्राप्त करते हैं।
आर्थिक विकास: साक्षरता आर्थिक विकास के लिए एक महत्वपूर्ण घड़ीचक्र होती है। इससे अधिक विद्या, योग्यता और अवसरों के साथ और अधिक आर्थिक स्वतंत्रता प्राप्त कर सकते हैं।
जीवन में सुधार: साक्षरता के बाद, लोग अपने जीवन में सुधार कर सकते हैं, जैसे कि बेहतर रोजगार प्राप्त करना, स्वास्थ्य की देखभाल करना और अपने और अपने परिवार के जीवन की गुणवत्ता को बढ़ावा देना।
समाज के विकास में योगदान: साक्षरता वाले लोग समाज में अधिक ज्ञान और सूचना के एक स्रोत के रूप में कार्य कर सकते हैं और समाज के विकास में अपना योगदान देने के साथ अधिक समर्थ होते हैं।
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